• तात्या टोपे का असली नाम रामचंद्र पांडुरंग था।
  • [16 फरवरी 1814—18 अप्रैल 1859]
  • 18 अप्रैल 1859 की  ग्वालियर के पास शिप्री दुर्ग के निकट तात्या टोपे को फांसी दे दी गई थी।