टेम्पलटन पुरस्कार के बारे में (About Templeton Prize):
- टेंपलटन पुरस्कार प्रतिवर्ष टेंपलटन फ़ाउण्डेशन द्वारा दिया जाता है।
- इसकी शुरूआत 1973 में हुई थी
- टेम्पलटन पुरस्कार उन व्यक्तियों को प्रदान किया जाता है जिसने विज्ञान और अध्यात्म के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया हो।
- इस पुरस्कार के तहत 1.5 मिलियन डॉलर (1.1 मिलियन ब्रिटिश पाउंड) की राशि प्रदान की जाती है।
- पहला टेंपलटन पुरस्कार वर्ष 1973 में मदर टेरेसा को दिया गया था।
- 2012 में टेंपलटन पुरस्कार तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा को दिया गया था।
- 2021 को यू.के.की डॉ. जेन गुडाल को प्रतिष्ठित टेंपलटन पुरस्कार (Templleton Prize), 2021 प्रदान किया गया था ।
- वर्ष 2020 का यह पुरस्कार फांसिस कोलिंस को प्रदान किया गया था।
- भौतिक विज्ञानी फ्रैंक विल्ज़ेक को मिला ‘टेम्पलटन पुरस्कार 2022’ प्रदान किया गया
- टेम्पलटन पुरस्कार जीतने वाले भारतीय
- मदर टेरेसा (1973 में )
- डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णान (वर्ष 1975)
- बाबा आम्टे (वर्ष 1990)
- पांडुरंग शास्त्री अठावले (वर्ष 1997)