राष्ट्रीय भूकम्प इंजीनियरिंग शिक्षा कार्यक्रम
National Programme on Earthquake Engineering Education (NPEEE)
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जनवरी 2001 में आए गुजरात भूकम्प और वर्ष 2000 में ओडिशा चक्रवात के बाद वर्ष 2003 में एमएचआरडी द्वारा सात आईआईटी और आईआईएससी, बंगलौर संसाधन संस्थानों में एक व्यापक राष्ट्रीय भूकम्प इंजीनियरिंग शिक्षा (एनपीईईई) की शुरुआत की गई।
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आईआईटी-कानपुर समन्वयक संस्थान है।
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यह कार्यक्रम सभी मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेजों/पोलिटेक्निकों और वास्तुकला स्कूलों (चाहे वे सरकार द्वारा वित्त पोषित हैं या नहीं) जो संबंधित शैक्षणिक डिग्री या डिप्लोमा कार्यक्रम चलाते हैं के लिए आरंभ किया गया है।
एनपीईईई का मुख्य उद्देश्य
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इंजीनियरिंग कॉलेज, पोलिटेक्निक और वास्तुकला स्कूलों के अध्यापकों को प्रशिक्षित करना है। कुछ देश की अग्रणी संस्थानों ने अन्य संस्थाओं में संकाय विकास में मदद की है। इससे एक केन्द्रीय वित्त पोषित कार्यक्रम के तहत अल्प और दीर्घ अवधि प्रशिक्षण के माध्यम से इंजीनियरिंग कॉलेजों को प्रशिक्षित करने में मदद मिलेगी।
राष्टीय उपक्रम के तहत कार्यकलापों में निम्नालाखत कार्य शामिल हैं
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लघु अवधि कैश कार्यक्रमों और दीर्घ अवधि कार्यक्रमों के माध्यम से संकाय का विकास।
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संसाधन सामग्री और पाठ्यक्रमों का निर्माण।
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तकनीकी संस्थाओं में पुस्तकालय संसाधनों का विकास।
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देश में अग्रणी संस्थाओं और अन्य संस्थाओं के बीच संकाय का आदान-प्रदान और शिक्षा का आदान-प्रदान।
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आदान-प्रदान जहां विदेशों से ख्यातिप्राप्त विशेषज्ञ शिक्षक अनुसंधान के लिए अलग-अलग अवधि में भारत का दौरा कर सकें और इस विषय में भारत के युवा अध्यापक/पेशेवर शीर्ष अंतरराष्ट्रीय संस्थानों में अपना समय दे सकें।
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विभिन्न इंजीनियरी संस्थाओं में आधारभूत शिक्षण प्रयोगशालाओं को निधिबद्ध किया जा सके। अग्रणी संस्थाओं में प्रस्तावित कार्यक्रम प्रमुख अनुसंधान प्रयोगशालाओं के विकास के लिए निधि प्रदान कर सके जिनका अन्य संस्थाओं द्वारा भी प्रयोग किया जा सके।
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