5. कोल जनजाति
- प्रजातीय संबंध – प्रोटो-आस्ट्रेलायड समूह
- भाषायी रूप से संबंध – कोलेरियन समूह
- भाषा – कोल (संथाली से समानता )
- झारखण्ड की 32वीं जनजाति (2003 में शामिल )
- कोल जनजाति के लोगों में B रक्त समूह की अधिकता पाई जाती है
- प्रमुख निवास स्थल – देवघर, दुमका व गिरिडीह जिले
- पितृसत्तात्मक परिवार
- इस जनजाति में 12 गोत्र है
- हांसदा, सोरेन, किस्कू, मरांडी, हेम्ब्रम, बेसरा, मुर्मू, टुडू, चाउंडे, बास्के, चुनिआर व किसनोव
- वधु मूल्य – ‘पोटे‘ कहा जाता है।
- गांव के प्रधान – माँझी कहा जाता है।
- परंपरागत पेशा – लोहा गलाना
- सरना धर्म के अनुयायी
- प्रमुख देवता – सिंगबोंगा