खुंटा भीतर चिंया गोटा KeyPoints – – 1.कउआ, 2.तेंतइर चियाँ (गोटा), 3.खूँटा, 4.बढ़इ , 5.राजा, 6.साँप, 7.डांग, 8.आइग, 9.गड़िया (पोखइर),10.हाँथी, 11.लुतीक, टांगा तेंतइर – इमली चियाँ (गोटा) एगो कउआ कहीं से एगो तेंतइर चियाँ (गोटा) पाइल । तकराँ एगो खूँटा उपरें बइस के खा हल । कइसें – कइसें सइ चियाँ गोटा कउआक ठोर से छूइट के खूँटाक फाइटें समाइ गेलइ । कउआ बड़ी हाइनिसार भेल । कते साधेक चियां गोटा फाँरीं चइल गेल । मुदा कउआइँ हाइर नाँइ मानलइ । कोन्हों उपायें चियाँगोटवा बहराइके खइबे करबइ,मने-मन कउआ ठानल। कउआ आपन से ढेइर जिगिस्ता करलइ, मुदा कोनो फायदा नाइ । गोटवा खूँटवाक फाइटें ढेइरे हेंठ चइल गेल हलइ । सोइच भाइभ के कउआ एगो बढ़इ जुगुन गेल। बढ़इया के कहल – “बढ़इ-बढ़ई खूँटा फार, खूँटा भितर चियाँ गोटा।” बढ़इ सब बिबरन सुइनके दुरदुराइके कहलइ” भाग रे कउआ, चललिअउ तोर खूँटा फारे।” कउआ के बढ़इयाक बेबहार से बड़ी दुख भेलइ । […]