डाह सुकुमार

 DAH NATAK SUKUMAR KHORTHA FOR JSSC JPSC

khortha (खोरठा ) For JSSC JPSC 

 

KHORTHA (खोरठा ) PAPER-2 FOR JSSC

 

डाह नाटक खोरठा सुकुमार

 

डाह नाटक (एकांकी )

  • डाह – जलन/ईर्ष्या   
  • लेखक – सुकुमार(सुरेश कुमार विश्वकर्मा)
  • प्रकाशक – श्रीमती मूर्ति देवी 
  • मुख्य पृष्ठ चित्रकार(आवरण ) – दिनेश दिनमणि 
  • भूमिका – शिवनाथ प्रामाणिक 
  • ओतन – पोतन (समीक्षा )- ए के झा  
    • प्रथम संस्करण – 1992 
    • द्वितीय संस्करण – 2010(अन्य – 2009 ) 
    • तृतीय संस्करण – 2019
  • पहला नाटक खेला गया – बसंत पंचमी, 7-2 -1984 
  • नाटक करने वाले सदस्य  – नवीन बाल समिति, जवाहर स्ट्रीट ,भेंडरा,बोकारो  के सदस्य

पृथ्वी प्रकाशन में दिया हुआ है 

प्रथम संस्करण 

1992

द्वितीय संस्करण 

2010

तृतीय संस्करण 

2019

(क) डाह नाटक के पात्र

विवेक 

मुख्य पात्र

शेखर

विवेक का छोटा भाई

रेवती प्रसाद

रेवती इंजीनियरिंग वर्क्स का मालिक

ध्रुव सिंह

रेवती इंजीनियरिंग वर्क्स का मैनेजर

विराट

खलनायक पात्र/कामचोर 

जग्गा

कारखाना का सुपरवाइजर

गुप्ता जी

सरकारी वकील

बख्शी जी

दूसरे पक्ष का वकील

बंटी

विराट का बेटा

किशन

रेवती प्रसाद का आदमी(चोर)

इंस्पेक्टर

सिपाही

रचना 

विवेक की पत्नी

भावना

विराट की पत्नी

मुन्नी

विराट की बेटी

डाह नाटक में कुल खंड -3 

डाह नाटक में कुल मोहड़ा 11 

पहला खंड 

मोहड़ा  –  4 

दूसरा खंड 

मोहड़ा –  4 

तीसरा खंड

मोहड़ा – 3 

  • यह नाटक सबसे पहलेनवीन बाल समिति (रजि.) जवाहर-स्ट्रीट, भेण्डरा (बोकारो) के सदस्य द्वारा बसन्त पंचमी के  रातीं तारीख 7-2-84 के खेला गया था जेकर मइधे भाग लेवइयइन में मुइख। 
  • डहरवइया – सुकुमार 
  • मत-सल्हा  – श्री प्रसाद विश्वकर्मा (शिक्षक) . 
  • साज-सारंजाम – स्व0 रघुनाथ सिंह 
  • बर-बत्ती – धनेश्वर विश्वकर्मा 
  • अखरा– स्व0 गौरी शंकर विश्वकर्मा 
  • छइब-छबि – स्व0 नारायण विश्वकर्मा 
  • गीत– समरजीत सिंह
  • बिबेक – रणजीत सिंह 
  • सेखर– अरूण कुमार 
  • सेठ रेवती परसाद – लाटो शर्मा 
  • धुरूब सिंघ – नकुल पाण्डेय 
  • बिराट– वासुदेव नायक
  • जग्गा – भीम कुमार 
  • मि0 गुपता – स्व0 विनोद गोप मि0 
  • बखसी  – नकुल पाण्डेय 
  • नियायधिस – काली सिंह राठौर 
  • पुलिस निसपिटर – जय किशोर प्रसाद 
  • किसन लाल– रघुवंश नारायण सिंह राठौर 
  • रचना– कमल किशोर विश्वकर्मा
  • भावना – स्व० गौरी शंकर विश्वकर्मा 
  • तकर सघीं – दिनेश, गनपती हेन तेन

सार संक्षेप (हिन्दी में)  

  • किसी गांव में विवेक और शेखर दो भाई रहते हैं। बड़ा भाई विवेक शादी-शुदा है। पत्नी का नाम रचना है। 
  • विवेक एक इंजिनियरिंग कारखाने में काम करता है और छोटाभाई शेखर खेती-बार करता है। 
  • दोनों भाई अपना-अपना काम पूरी ईमानदारी से करते हैं। फलतः दोनों अपनी-अपनी जगह तरक्की करते हैं। विवेक की सुपरवाइजर से फोरमैन में तरक्की होती है। 
  • इधर फसल अच्छी होने से शेखर बैलों का जोड़ा खरीदता है साथ ही पटवन मशीन खरीदने के लिए विवेक पैसे देता है। विवेक के परिवार की तरक्की से गांव का ही एक ईर्ष्यालु व्यक्ति विराट डाह(ईर्ष्या) करता है। 
  • विराट शराबी जुआडी और कामचोर भी है। कारखाने में भी वह ठीक से काम नहीं करता और पूरे पैसे के लिए किचकिच करता रहता है। इसी बात को लेकर एक दिन विराट की विवेक से कहासुनी हो जाती है। विराट उसे विवेक को धमकी देता है। विराट विवेक को बर्बाद करने की फिराक में रहता है, पर मौका ही नहीं मिलता। 
  • विराट अपने एक शराबी दोस्त जग्गा की मदद से शेखर को विवेक के खिलाफ बहकाने में सफल हो जाता है। 
  • जग्गा शेखर को कान भरता है और कहता है कि तुम्हारा भाई विवेक अपनी सारी जमीन अपनी पत्नी के नाम कर लिया है। इस बात को लेकर शेखर विवेक से झगड़ा करता है और जमीन बंटवारे की जिद करता है। विवेक शेखर को डांट देता है। शेखर को जग्गे की बात पर पूरी तरह विश्वास हो जाता है।
  • एक दिन दोनों भाइयों में खूब झगड़ा होता है, इस पर शेखर विवेक पर बंदूक  तान देता है, उधर विराट पहले से पिस्तौल लेकर घात लगाये हुए था, वह विवेक पर पिस्तौल चला देता है और विवेक की तत्काल मृत्यु हो जाती है। 
  • शेखर बेचारा भोलाभाला किसान घबड़ा जाता है उसे लगता है कि विवेक की हत्या उसी की बंदुक से हुई है। वह थाने जाकर आत्मसमर्पण कर देता है। उधर विराट अपना पिस्तौल पत्नी भावना को देता है और छुपा कर रखने को कहता है। 
  • शेखर पर मुकदमा चलता है। जिस दिन मुकदमें का फैसला होना था उस दिन विराट की पत्नी भावना जज के सामने पिस्तौल रखते हुए कहती है कि विवेक का हत्या बंदूक की गोली से नहीं वरन इस पिस्तौल से हुई है और विवेक की हत्यारा शेखर नहीं विराट है। 
  • विवेक के शरीर से निकली पिस्तौल की गोली से इस बात की पुस्टि हो जाती है और शेखर बाइज्जत बरी हो जाता है। 
  • बाद में विवेक की पत्नी रचना शेखर को एक वासियत नामा देती है, जिसमें विवेक द्वारा अपने हिस्से की सारी जमीन शेखर के नाम किया होता है। 
  • शेखर को भारी पछतावा होता है और वह भाभी के पैरों पर गिर पड़ता है। 

पहला खंड  

पहला मोहड़ा(दृश्य )

1Q.विवेक की पत्नी का नाम क्या है ?  रचना 

2Q.विवेक का छोटा भाई का नाम क्या है ? शेखर 

3Q.रचना का देवर का क्या नाम है ?  शेखर

4Q.विवेक कहां काम करता है ? कारखाना में 

5Q.विवेक का पेशा क्या  है ? इंजिनियर 

  • रेवती इंजीनियरिंग वर्क्स,A ग्रेड का सुपरवाइजर

6Q.शेखर कहां काम करता है ? खेतों में

7Q.शेखर का पेशा क्या  है ? पढ़ा लिखा किसान 

  • विवेक उसकी तुलना अमेरिका के किसान की तरह करता है

8Q.विवेक ने दो नए  बैलों को खरीदा था तो कितना रुपया बकाया था?  ₹400

9Q.शेखर अपने बड़े भाई को खेतों में क्या खरीदने के लिए कहता है ?पानी पटाने की मशीन

10Q.विवेक पानी पटाने के लिए कितना घोड़ाक(Horse Power) इंजन खरीदने का सोचता है ? पांच घोड़ाक  इंजन

दूसरा मोहड़ा

11Q. रेवती इंजीनियरिंग वर्क्स कंपनी का मालिक कौन है? सेठ रेवती प्रसाद 

  • मैनेजर – धुरुव सिंघ  
  • कई सारे सुपरवाइजर – विवेक , जग्गा 

12Q. सेठ रेवती प्रसाद के द्वारा विवेक के अच्छे काम के कारण उसका प्रमोशन किस पद पर करता है ?  फोरमैन के पद पर 

  • और उसका तनख्वाह 80 टाका बढ़ा देता है

13Q.विवेक की तरक्की देखकर कौन जलन  का भाव रखता है ?विराट(मजदूर )

  • विराट कंपनी में वेल्डिंग का काम करता है

14Q.विवेक किस सुपरवाइजर के अधीन काम करता है ?जग्गा

15Q.मैनेजर के द्वारा विराट को एक महीना का तनख्वाह के रूप में कितना वेतन दिया जाता है ?170 टका

  • विराट विरोध करता है उसे तनख्वाह कम लगता है लेकिन मैनेजर कहता है कि विराट ठीक से काम भी नहीं करता है कई सारे दिन अनुपस्थित भी रहता है और महीने के बीच में कई बार एडवांस भी लेता रहता है तो सब काट करके उसका पैसा 170 टाका  हुआ था एक बार उसने 25 टाका का एडवांस लिया था फिर दूसरा बार 40 टका

16Q.मालिक के द्वारा विराट को किस सुपरवाइजर के अधीन काम पर रखा जाता है ? विवेक के अधीन

विराट  और जग्गा दोनों रास्ते में जा रहे होते हैं और एक दूसरे से बातें करते हैं, जगा कहता है विराट को कि अब तुम विवेक के अधीन काम करोगे, वह तुमसे बहुत काम करवाएगा, लेकिन विराट कहता है कि उसको भी देख लेंगे कि कौन मर्द है , फिर दोनों विवेक का शिकायत करते हैं, कि विवेक और उसकी पत्नी बहुत बदमाश हैं, विवेक जितना भी पैसा कमाता है उस तनख्वाह से पति-पत्नी दोनों मजे  करते हैं और विवेक का जो भाई है तो वह खेतों में बैल की तरह काम करता रहता है, उसके पास कुछ दिमाग भी नहीं है कि यह सब समझ सके.

तीसरा मोहड़ा

17Q . विराट की पत्नी का क्या नाम है ? भावना

  • इनका बेटा बीमार है

18Q .विराट का बेटा का क्या नाम है ? बंटू

19Q .विराट का बेटी  का क्या नाम है ? मुन्नी 

इस दृश्य में  विराट की पत्नी और विराट के बीच में झगड़ा भी हो जाता है क्योंकि बेटा  बीमार है, खाने को कुछ नहीं है, मुन्नी भूख से तड़प रही है जबकि विराट शराब पी के आया है ,गाली गलौज कर रहा है, इसी के कारण से झगड़ा होता है विराट अपनी पत्नी को मारता भी है.

चौथा मोहड़ा

20Q .विवेक कंपनी के मैनेजर से कितना एडवांस रुपया मांगता है ? 1000

  • लेकिन मैनेजर 1000 देने से मना करता है वह ₹500 उसे देता है तो विवेक कहता है अच्छा जितना है उतना दे दीजिए हम मालिक से बात कर लेंगे तो मैनेजर भी उसे मालिक से बात करने के लिए कहता है और मालिक के कहने पर वह 500 और देने की बात का आश्वासन देता है
  • मैनेजर और मालिक के बीच में बातचीत होता है मालिक को पता चलता है कि मैनेजर ने उसे ₹500 एडवांस दिया है तो मालिक उसे डांटेगा उसे कहता है कि एडवांस और लोन में फर्क होता है इसे लोन कहते हैं एडवांस नहीं
  • विवेक भले ही  अच्छा काम करता है लेकिन है तो नौकर है

21Q .विवेक ने पानी पटाने वाली मशीन खरीदने के लिए कितना रुपया जमा करके रखा था ₹4000 

  • लेकिन मशीन की कीमत ₹5000 इसीलिए 1000 उसने एडवांस माँगा था
  • मालिक उसे बाकी के 500 कल आकर लेने को कहते हैं

22Q .सेठ रेवती प्रसाद मैनेजर से किसे बुलाने को कहते हैं?किशनलाल 

  • मालिक, किशन लाल के कान में कुछ फुसफुसाते हैं लेकिन क्या कहते है इस दृश्य में वर्णन नहीं है.

दूसरा खंड 

पहला मोहड़ा

23Q .विवेक के घर में कितने चोर घुसे थे ? दो चोर 

  • चोरी में उसके द्वारा जमा की गई रकम ₹4500 चोरी हो गए हैं
  • यह सब बातें वह सेठ को बताता है तो सेठ बदले में कर्जा के रूप में उसे ₹5000 देते हैं लेकिन इस शर्त पर कि उसके तनख्वाह से प्रत्येक महीना ₹500 काट लेंगे और तब तक काटेंगे जब तक की पूरा वसूल नहीं हो जाता है.और कर्जा पर सूद  कितना लेंगे वह बाद में हम लोग बात कर लेंगे
  • इस दृश्य में हमें यह भी पता चलता है कि 
    • एक ऑफिसर कंपनी आने वाला है 
    • विवेक के घर में बंदूक भी है

दूसरा मोहड़ा

  • इस दृश्य में विराट कंपनी में काम पर एक घंटा 20 मिनट की देरी से आता है इसी बीच को लेकर विवेक जोकि विराट का सुपरवाइजर है दोनों के बीच में बहस हो जाती है
  • अब विराट चाल खेलता है, वह विवेक का भाई शेखर को विवेक के खिलाफ भड़काना शुरू करता है
    • कानून के मुताबिक जमीन जायदाद पर दोनों भाइयों का समान अधिकार है आधा जमीन तुम्हारा और आधा जमीन तुम्हारे भाई के नाम पर होना चाहिए
    • लेकिन सब जमीन तो तुम्हारे बड़े भाई विवेक के नाम पर है विवेक तुम्हें कुछ नहीं देगा
    • विराट शेखर से यह भी कहता है कि जो तुम्हारे घर में चोरी हुआ था वह चोरी शायद हुआ ही न  हो  या या तुम्हारे भाई ने ही करवाया हो 
    • विराट इसका प्रमाण के लिए शेखर  को मालिक रेवती प्रसाद के यहां पर ले जाता है उनसे पूछता है कि क्या कंपनी सबको लोन दे रही है, तो वह मना कर देता है, कि कंपनी घाटे में चल रही है हम किसी को लोन नहीं दे रहे हैं और इस तरह  शेखर को विश्वास हो जाता है कि सही में उसका भाई उसे छल कर रहा है
  • इसी दृश्य  से पता चलता है कि शेखर का भी विवाह हो चुका है

तीसरा मोहड़ा

  • सुबह के 7 बजे ही शेखर घर में अपने भाई और भाभी से झगड़ा करने लगता है कि सभी चीजों का बंटवारा होगा और खाना भी अब मेरे लिए मेरे पत्नी ही बनाएगी और खेतों में हम अकेले काम नहीं करेंगे आपको भी करना होगा
  • शेखर जमीनों का बंटवारा करने को कहता है और साथ ही खाना-पीना का भी विवेक और रचना इसके लिए उसे खूब समझाती है लेकिन वह नहीं समझता है और विवेक जमीन बंटवारे के लिए कोर्ट जाने के लिए राजी हो जाता है

चौथा मोहड़ा

  • इस दृश्य में विवेक अकेले कोर्ट जाता है ताकि जमीन का आधा हिस्सा अपने भाई के नाम पर कर सके 
  • लेकिन जग्गा, विराट और शेखर का मुलाकात होता है और विराट फिर से शेखर को भड़का देता है कि तुम्हारा भाई तुम्हें कुछ नहीं देगा इसी का इंतजाम करने के लिए वह कोर्ट गया है और उसे कहता है कि तुम्हारे घर में बंदूक है उसको लेकर उसके सामने खड़ा हो जाना वकील का कागज लेकर और अपने भाई को कहना कि  इस कागज पर साइन करें नहीं तो गोली चला देंगे तुम्हारा भाई डर जाएगा और वह आधा जमीन तुम्हारे नाम कर देगा इसे तुम्हारा काम भी हो जाएगा और कुछ नुकसान भी नहीं होगा

तीसरा खंड

पहला मोहड़ा

  • इस दृश्य में शेखर अपने बड़े भाई विवेक पर बंदूक तान देता है और उसे कागजों पर साइन करने के करने के लिए कहता है
  • विवेक कहता है देख लेते हैं कि तुम में कितना कलेजा है कि अपने बड़े भाई को  गोली मारोगे, शेखर कहता है कि साइन करिए नहीं तो गोली मार देंगे और अचानक गोली चल जाता है लेकिन यह  विराट ने चलाया था जो कि पीछे छुपा हुआ था.
  • गोली लगने से विवेक की मौत हो जाती है लेकिन मरने से पहले वह सारा जमीन शेखर के नाम कर जाता है जो उसने कोर्ट से बनवा कर लाया था
  • तभी इंस्पेक्टर और दो सिपाही आ जाते हैं जिनमें से एक सिपाही का नाम था राम सिंघ 
  • वे शेखर को पकड़कर हथकड़ी लगा देते हैं

24Q.विवेक की हत्या किसने की थी ? विराट ने

दूसरा मोहड़ा

25Q. विराट विवेक का हत्या करने के बाद पिस्तौल किसे छुपा कर रखने को देता है? पत्नी भावना को

तीसरा मोहड़ा

अदालत में सभी पात्र मौजूद 

  • सरकारी वकील 
  • दूसरे तरफ का वकील बख्शी जी 
  • रेवती प्रसाद, ध्रुव सिंह, शेखर, भावना और रचना

26Q.अदालत में साक्ष्य के रूप में पिस्तौल जिससे कि विवेक का खून हुआ था किसके द्वारा प्रस्तुत किया जाता है ? भावना के द्वारा

  • पिस्तौल में विराट की अंगुलियों का निशान मिलता है 
  •  पिस्तौल की  गोली से ही विवेक का खून हुआ था

27Q.विराट को किस दफा के तहत फांसी की सजा सुनाई गई थी ? दफा 302 के तहत ,ताजी रात को 

  • शेखर को बाइज्जत बरी कर दिया जाता है तभी सेठ रेवती प्रसाद उसके पास आता है और कहता है कि तुम्हारे भाई ने मुझसे ₹5000 लिया था लेकिन मैंने तुमसे झूठ कहा था भगवान माफ करें मुझे मुझे मेरे पैसे वापस कर दो लेकिन शेखर देने से मना कर देता है,
  • और यह सब सुनकर सेठ छतपटाने लगता है कि हम बर्बाद हो गए हैं

अन्य प्रश्न 

Q.’डाह’ नाटक लिखल लागे ? सुकुमार

Q. ‘डाह’ नाटक कर प्रकाशक लागे ? बालीडीह खोरठा कमिटी 

Q. ‘डाह’ नाटक कर पहिल प्रकाशन वर्ष लागे? 1992

Q. ‘डाह’ नाटक कर दूसर संस्करण कर प्रकाशन वर्ष हे ? 2010 

Q. ‘डाह’ नाटक कर भूमिका लिखल हथ (पहिल संस्करण में) ?शिवनाथ प्रमाणिक

Q. “डाह’ नाटक कर दूसर संस्करण कर भूमिका लिखल हथ ?डॉ. बी. एन. ओहदार

Q.डाह’ नाटके ओतन -पोतन पर बिचार कोन लिखल हथ ?डॉ. ए. के. झा

Q.’डाह नाटक कर पहिल मंचन कहिया हेल रहे ? 07 फरवरी 1984

Q. ‘डाह’ नाटक के ककरा समर्पण करल हथ? निजेक ससुर (ईश्वर लाल) जी के

Q. ‘डाह’ नाटके में कइगो अंक हे? 3

Q.’डाह’ नाटकें कइगो मोहड़ा (दृश्य) हे? 11 

Q. “सुकुमार’ कर पूरा नाम की हे?सुरेश कुमार विश्वकर्मा 

Q. ‘डाह’ नाटककर मुइख पात्र हके?विवेक

Q. ‘डाह’ नाटक कर मुइख जनी पात्र हीक? रचना 

Q.’डाह’ नाटक में विवेक कारखानाञ काम कर हल ? रेवती प्रसाद कर

Q. ‘विवेक’ केकर से रूपिया माँगल रहे ?मैनेजर धुरूब सिंह से 

Q. मैनेजर धुरूब सिंह बिवेक के कतना रूपिया देल रहे ? 500रू

Q. बिबेक की ले रूपिया माँग हल? पानी पटवेक मिसिन कीने ले 

Q. बिबेक धुरूब सिंह से कतना रूपिया माँग हल? 1000 रू 

Q. बिबेक मिसीन कीने खातिर घारे कतना रूपिया जोगावल रहे? 4000रू

Q.रूपिया चोरी हेल बादे रेवती प्रसाद बिबेक के कतना रूपिया देल रहे? 5000रू 

Q.’गोड़ेक जूता मुड़ेक मुकुट नाय बने चाहे कतनो दामी जूता रहउ” डाहनाटके ई केकर कथन लागइ ? रेवती प्रसाद कर 

Q. रेवती प्रसाद बिवेक के कोन पद देल ? फोरमेन 

Q. काम में नाञ ढुके देल बादे बिराट कर मने की भाव जागल ईर्ष्या (डाह)

Q. बिराट बिवेक के कोन चीज से मारल ?पिस्तोल से 

Q.बिराट बिवेक के माइर के पिस्तोल कहाँ फेकल रहे? भावनाक खोइंछे 

Q. विवेक के मारल दोसें जेहल कोने गेल रहे? शेखर

Q. कोट में सही खूनीक परदाफास कोन करल?भावना

Q.बिराट के कोन सजा सुनवल गेल? फाँसी कर 

Q.कोट जाइके विवेक की करल रहे? सोब जमी शेखर कर नामें कइर देल

Q.रचना बिवेक कर देल कागज के की करइल? शेखर के देइ देइल

Q. भावना कोन रहीक ?बिराट कर बहु 

Q. बंटी (बंटू) केकर बेटा रहे ? बिराट कर