पत्रिका हिंदी प्रदीप, पंडित बालकृष्ण भट्ट
Hindi Pradeep Magazine, Pandit Balkrishna Bhatt
- भारतेंदु हरिश्चंद्र के बाद हिंदी पत्रकारिता को दिशा देने में पंडित बालकृष्ण भट्ट का योगदान अतुलनीय है।
- पत्रिका हिंदी प्रदीप के जरिए प्रयाग में, अंग्रेजों से लोहा लेने वाले बाल कृष्ण जी ने आमजन को हिंदी से जोड़ने की मुहिम छेड़ी।
- हिंदी प्रदीप, हिंदी का प्रसिद्ध मासिक समाचार पत्र था ,जो 7 सितंबर 1877 को प्रथम बार प्रकाशित हुआ इसके संपादक बालकृष्ण भट्ट थे
- बालकृष्ण भट्ट ने सदैव ही नए लेखकों को प्रोत्साहित किया।
- इलाहाबाद (प्रयागराज) में जन्मे भट्ट जी ने अपने जीवन काल में अनेक निबंध उपन्यास नाटक और लेख हैं – ‘भारत निबंधवली’ और ‘साहित्य सुमन’ उनके चुनिंदा निबंधों का संग्रह है ‘
- ‘नूतन ब्रह्मचारी ‘और ‘सौ अजान एक सुजान’ उनके प्रमुख उपन्यास है
- ‘दमयंती’ ‘चंद्रसेन’ ‘रेल का टिकट’ खेल’ ‘स्वयंवर’ ‘बाल विवाह’ नाटक के अलावा भट्ट जी ने बांग्ला तथा संस्कृत से नाटकों का अनुवाद भी किया
- हास्य प्रधान व्यंग ‘पंच महाजन’ भी लिखा