हामें खड़ा हो खोरठा निबन्ध डॉ बीएन ओहदार HAME KHADA HO KHORTHA NIBANDH JSSC JPSC

 हामें खड़ा हो खोरठा निबन्ध डॉ बीएन ओहदार HAME KHADA HO KHORTHA NIBANDH JSSC JPSC

 KHORTHA NIBANDH Dr. B.N. Ohdar FOR JSSC JPSC

khortha (खोरठा ) For JSSC JPSC 
KHORTHA (खोरठा ) PAPER-2 FOR JSSC

खोरठा निबन्ध डॉ0 बी0एन0 ओहदार

(ग) खोरठा निबन्ध  

  • लेखक – डॉ0 बी0एन0 ओहदार

  • प्रकाशण वर्ष (प्रथम संस्करण) -1990

    • प्रकाशकजनजातीय भाषा अकादमी, राँची,बिहार सरकार

  • प्रकाशण वर्ष (द्वितीय संस्करण) – 2017 (अन्य में – 2016) 

  • निबंधों की संख्या – 12  

निबंध संख्या – 12 : हामे खड़ा हो

शीर्षक का अर्थ : मैं खड़ा हूँ 

भावार्थ

  • यह एक व्यग्नात्मक निबंध है। 

  • हमारे देश में दोषपूर्ण चुनाव पद्धति पर व्यंग्य किया गया है। 

  • आज चुनाव की ये स्थिति है कि अच्छे सच्चे, ईमानदार लोग चुनाव नहीं जीत पाते। चुनाव जीतते हैं पैसे वाले पैसा खर्चकर और दबंग लोग बुथ लुटकर। या फिर साम्प्रदायिक तनाव पैदाकर या जातीय उन्माद पैदाकर ही चुनाव जीता जा सकता है। चुनाव की ऐसी प्रवृति लोकतांत्रिक व्यवस्था के लिए सर्वथा अहितकर है।

  • काँसी टाँइडे पइरावेक’ मुहावरा – झुठा सपना देखावेक

  • निकउड़िया गेलक हाट, किया देखी हिया फाट’– लोकोक्ति

  • लंगोट बाबाक – हनुमान जी

  • सरकारी गरमजरुवा जमीन को हड़प लेते है  – हनुमान जी

  • गाँधी नेहरू परम्परा  – सामाजिक काम में जेल जाना 

12. हामें खड़ा हो

Q.  ‘हामे खड़ा हो’ निबध कर लिखवइया लागय ?डॉ. बी. एन. ओहदार

Q.’हामें खड़ा हो’ पाठ कोन किताबेक पाठ लागे? खोरठा निबंध

Q. ‘हामें खड़ा हो निबंध कइसन रचना लागे? फिंगाठी

Q.’हामें खड़ा हो निबंध कोन बिसय पर लिखल गेल हे ? राजनीतिकचुनाव  पर फिंगाठी (व्यंग्य)

Q. आइझ कर लोकतंत्र में चुनावें खड़ा हेवेक लागिन बेस उमीदवार केकरा कहल गेल

हे? चोर-बदमाश,डकइत ,जुआरी,दरूवाहा,परजरुबा,दंगाही,चाइर-छव मइहना जेहल खटल हे 

Q.आइझ कर लोकतंत्र में चुनावे खड़ा हेवेक लागिन अजोइग उमीदवार हे सोंढ-मोठ, सीधा-साधा, सतपादी लोक 

Q. ‘काँसी टाँइडे पइरावेक’ मुहावरा उपयोग कोन पाठे आइल हे ?हामें खड़ा हो

Q. काँसी टॉइडे पइरावेक’ मुहाबराक लाने हे? झुठा सपना देखावेक 

Q. खोरठा निबंध किताबें कोन पाठें रुपया-पइसा के मनी-टॉनिक कहल गेल हे। हामें खड़ा हो

Q..‘निकउड़िया गेलक हाट, किया देखी हिया फाट’ की लागइ आर कोन पाठे आइल हे ? लोकोक्ति-हामें खड़ा हो

Q.हमें खड़ो हों पाठे गांधी-नेहरूक लेताइरेक (परम्परा)) लोक केकरा कहल गेल हे सामाजिक कामे जेहल गेल लोक 

Q. पइछला बेइर खडा हेल पहर तोहनिक मने हामर प्रति जे भाव जागल रहे ऊ रहे ? वात्सल्य 

Q. ई बेइर लेखक खड़ा नखत बिचकुन खड़ा करवल गेल हथ, एकर माने केकर

उमीदवार हथ? राष्ट्रीय पाटीक

Q. भोट में आधा जित लेखक ककरा मानल हथ? पाटी बाठे से टिकट मिलेक 

Q.सरकारी गरमजरुवा जमीन के कोने हथियाव हे? हनुमान जी 

Q. ‘लंगोट बाबा’ केकरा कहल गेल हे? हनुमान जी के

Q. लंगोट बाबाक किरपा से की की हेव हे?

  • सरकारी गरमजरूवा जमीन के हडइप लेहे 

  • एक झपकी राइ से परबत बइन जा हे 

  • परबत से राइ बनाइ देहे 


हामें खड़ा हों

  • हो, हामें खड़ा हों। हाम्ही नाय कतेक खड़ा हथ । तोहरो खड़ा हवे पारा। एके  घार से मरदो खड़ा हे आर जनियों खड़ा है, तो तोहरा खड़ा हवे में रोकतक के ? हामें पइछलो बइर खड़ा रहों, एहवं बहर खड़ा हों। पइछला बइर सौ खड़ा रहथ, ई बइर डेढ सौ खड़ा हथ । अइगला बइर काय-काय सौ खड़ा हता। जब तइक घार पिछ खड़ा नाय हता तब तइक की रंग पता लागतइ कि जनतंत्र की चीज हइ । 

  • अइरा-गइरा अइबी-बइबी मंगरा-बुधुआ सभे खड़ा हथ। कोई भी खड़ा हवे पारे काकरो बापेक की। के टेकतक । तोहरा जोदि चोर हा, गिरहकट हा, पाकिटमार हा, सिंघमार हा, डकइत हा, लठइत हा, कोन्हो बात नाय, चलतइ । खड़ा हवे में तोहर ई गुन गिला बाधा नाय । 

  • तोहरा जोदि जुआरी हा, दरुवाहा हा, परजरूआ हा, खेजा हा, गेजा हा, असमाजी हा, पाजी हा, तइयो चलतो । खड़ा हवे पारा । जोदि तोहें दंगाह हा, फसादी हा दागी हा बागी हा, बकवादी हा, खपतान हा, साइतान हा, गुंडा हा, हाइजैकर हा तो बुझा चलबे नाय करतो, कुदतो। जोदि तोहें चाइर छव मंइहना जेहलेक हवा खाइ घुरल हा तब तो सुभान अल्लाह ! इ तो गाउरव के बात । 

  • गांधी, सुभास, जवाहर, भगत सिंह सभींन  जेहलेक चक्की पिसल हथ । तोहें जेहलेक हवा खाइ घुरल हा तो लजाइ सरमाइक की बात ! बुइझ ला ओहे गाँधी-नेहरुक लेताइरेक (परम्परा) लोक हा तोहरा। जोदि तोहर ठीन एतेक गुन हो तब तो खड़ा हवे में बोनस नम्बर मिलतो। तोहें. खड़ा नाय होभे, खड़ा करल  जइभे। आर इ तो तोहरा पता हवे करतो कि खड़ा हवेक आर खड़ा करल के मध्य कतना भारी फरक हे जतना कि मंतरी आर संतरी में। खैर छोड़ा ई बात के । हाँ, तो हामें आगू कहल हलों कि सभे कोई खडा  हवे  पारा, मकिन इ सत प्रतिशत सही नाय । 

  • तोहें खडा  हवेक ले  अयोग्य हवे पारा। जोदि तोहें मेंटली रिटार्डेड (mentally retarded) हा, बा खोपडीक कोन्हो पेंच ढोल-ढाल हो। मेनेक जोदि तोहे  सोढ़ – मोड़ ,सीधा- साधा लोक हा, सइतवादी हा, ककरो ठग नांय पारा हा, ककरो  कांशी टाइडे पइरावे नाय पारा हा,दोसर-तेसर के दुखे दुखी भइज़ाहा तो बुझा तोहें खड़ा हवेका लागिन योग्य नाय ।

  •  फिट कैंडीडेटः नाय । अरे हाँ, आर जोदि तोहें पागल हा  मेनेक आपन घार पइरवारेक धंधा फिकिर छोइड़ के दोसर-तेसर के धंधा फिकरें भटॅगल भुइल रहल हा, आपन भाइ भतीजाक पइरबी सोर्स नाय लगाइ के दोसरतेसर के पईरबीक लागिन मार रहल हा । आपने तो हैंडरे ठेठनगे रह हा  मकिन दोसर के तन ढांपेक लागिन फिफयाइ चइल रहल हा। आपन – घारेक चिंता फिकिर छाइड़ के देसेंक फिकिरें सुइख रहल हा तो बुझा,खंडा हवेक लाई तोहें निश्चय अजोइग हा। 

  • हाँ; तो हामें तोहरा ई बात कहे में बिसइर गेल हों कि पइछला बईर तरी हाम आपन्ही खड़ा नखों बिचकुल खड़ा करल गेल हो। पइछला बईर हमर खड़ा हवेक टा तोहरिन के बेस नाय बुझाइल हलो । तोहिन से हामर कोन्हो अदायइत हे से बात नॉय । हामर प्रति तोहिन के मने ‘बात्सल्य, भाव’ लहर मार हलो। सेहे लागिन तोहिन के डर बुझा हलो कि हामें गिइर जाब। की ले कि तोहिन के इ बात मालुम हलो कि हामर गोड़ गिला कटि लिचर है, कमजोर हे आर इटा तोहिन बेस भाभे बुझ हा कि खड़ा हवेक लाइ मजबुत कईठफार गोड़ गिला हवेक आया दरकार । खड़ा होवेक टा बड़ वात नॉय, बोड़ बात है खडा हइ के एक दो देग चल के आर इ तभी संभव हवे पारे जब दुगो सकत हॉथ से संतुलन बनवल जाय। हाथः गोड़ सकत हव है. मनी टॉनिक से आर एहे गुला हमर ठीन हलक नाय । इ बात तोहिन हामरा पहले ही बताय देल हल्हे। तइयो हाम आपन इ.टिटिहिंग गोड़ेक भोरसे चुनाव रूपी अजगड़ वोन के डेगेक हिमइत आर खेमोता मने राख हलों। तोहिने तो जानव कर हा, हिमइते मरद आर मरदेके लागिन खुदा ।

  • तइयो हाम तोहिन के बात नाय उठइलों आर बइठ गेलों । की ले ? कीले कि हामें जनतांक आदार करे जान हों। जनताक ताकइत के जान हो। हामरा आसरा रहे कि इ. बइर तोहिन के एतेक दाया-माया, एतेक चोऽज-कोऽड़ हो हमर-उपर। हामरा गिरेक तोहिन के एतना डर हो तो इ बइर हामरा तोहिन जरूरे उठवेक चेसटा करभे । सइयेक लागिन इ बइर फिन खड़ा हंइ गेलों। खड़ा भेले नाय हो, विचकुन खड़ा करल गेल हों, एगो राष्ट्रीय पाटी बाठे ले। कोन्हो राष्ट्रीय पाटी हामरा आइसे ही खड़ा नाय कराल है। तोहिन तो जानवे कर हा, भेख से भिख मिल है। सइ खातिर हाम पइछला वोट से लइके इ बोट तइक इ पांच बछरेक मइधैं आपन के एकर जोइग बनाइ लेलों । तोहिन तो जानवे कर हा “नी कउडिया गेलक हाट, किया देखी हिआ फाट । 

  • सइयेक लागिन इ मनी टानीक के पावेक लाइ हाम अनेक समुद्र मन्थन करलों। देवता गुलाक नेइत के अनुसरन कईर के आपने अमरित पीलों आर चेला चटिया के जहर देलों। केउ मरदूत अमरित चाखेक हिमइत देखइलक ओकर साफ कईर देलों।

  • मकिन भोट जितेक लाइ एतने से काम नाय चले, सइयेक लागिन एक दू सहर गिलाय. . .। तोहिन खुद समझनिहार हा, कटि कहेक बेसी समझेक। इ. बात तो. जगजइजका हे कि सबके खुस रखेक टा बड़ा फरदवयेक काम। तब कीले एकर लाइ एते मगज़ मारी करल जाय । कीले नाय एगो कोन्हों खास जाइत वा खास धरम के आपन बाठे करल जायः (जकर भोटर बगरा हथ) जोदि एक बठे एखिन लइह गेला तो फइर कहेक की । लागा लागी एक बइर जेहलों घुइर के आइ गेलों। आब हाम बेस तरी मजबूत भइ गेल हौं। आर इ पाटी वलइन आँइख मुइंध के बइठल तो रही नाय। हमर तियाग के वुझ हलय । पाटी वलइन हमरा देखला, सराहला आर पाटी बाठे ले खड़ा कइर देला । तोहिन तो जानवो कर हा पाटी बाठे ले टिकट मिलनॉय टा आधा जीत मानल जाहे। रइह गेलक आधा  जीत , तो इ टा तोहिनेक हॉथेक अखतियार । अइसेहूं इ वइर जीत ढेर काम भोट से हवे जाइ रहल है । 

  • जोदि तोहिन काकरो से नॉय कहभे तो.खुलासा करवों। तोहिन तो आपने आदमी लाघे  सइयेक लाइ खुलासा कइर रहल हों। जोदि बीसे गो वुथ से सोलिड भोट मिल जाय तो बुझा जीते में कोन्हो तंचक नॉय । एकर हिसाब कईर के हाम देइख लेल हो । संगे-संगे जोगाड़ो बइठाइ लेले हों। आखिर पांच-पांच बछर ले इ गुंडा गुलिन के खियाइ पियाइ के अबोट राखल हों कोन दिन खातिर ? वाकी  बजरंग बली, लँगोटा वालाक  को किरपा हइ जे देखते देखते सरकारी गरमजुआ जमीन के हडइपे लेहें, जे एक झपकी काकरो राइ से परवत आर परवत से राइ बनाइ दे। तोइहनोंक किरपा हवेक चाही। ओइसे. तोइहनो के मतिफेर निहार तो ओहे लँगोट धारीये है।

  • बेस तो जयवजरंग वली की। फिन भेंटइवो। चाँडे नॉय तो पांच बछरक वाद तो जरूरे।

 

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