ऊर्जा मुख्यतः दो प्रकार की होती है – 1.गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy) ; स्थितिज ऊर्जा (Potential Energy)
गतिज ऊर्जा (Kinetic Energy –KE ) : किसी वस्तु की गति के कारण उसमें जो कार्य करने की क्षमता होती है, उसे गतिज ऊर्जा कहते हैं। K.E = (1/2)mv2 ; m – द्रव्यमान , v – वेग
गतिमान वायु में (बहती हुई हवा में) गतिज ऊर्जा है।
स्थितिज ऊर्जा (Potential Energy – PE ) : किसी वस्तु की स्थिति विशेष के कारण जो कार्य करने की क्षमता होती है, उसे ‘स्थितिज ऊर्जा’ कहते हैं। P.E = m*g*h ; जहाँ m = द्रव्यमान, g = गुरुत्वीय त्वरण, h = ऊँचाई
खींचे हुए गुलेल तथा घड़ी की चाभी में संचित ऊर्जा स्थितिज ऊर्जा हैं।