छुटनी महतो (Chutni Mahato) को वर्ष 2021 में पद्मश्री से सम्मानित किया गया था। उन्होंने डायन प्रथा के खिलाफ महिलाओं को बचाने के लिए आवाज उठाई थी। उनका 1959 में झारखंड के सरायकेला खरसावां जिले के भोलाडीह गांव में हुआ था। छुटनी महतो