मदन मोहन मालवीय (25 दिसम्बर 1861 – 12 नवंबर 1946) एक भारतीय विद्वान, शिक्षा सुधारक, और भारतीय राष्ट्रवादी आंदोलन के नेता थे. वह भारत के पहले और आखिरी व्यक्ति थे जिन्हें महामना (महान आत्मा) की उपाधि से सम्मानित किया गया.
मदन मोहन मालवीय ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस केचार बार अध्यक्ष के रूप में कार्य किया. वह साल 1909 में लाहौर, 1918 और 1930 में दिल्ली, और 1932 में कोलकाता में कांग्रेस के अधिवेशन के अध्यक्ष रहे.
मदन मोहन मालवीय (Madan Mohan Malaviya) ने बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की सह-स्थापना की. साल 1889 में उन्होंने वाराणसी के कमच्छा में सेंट्रल हिन्दू कॉलेज की स्थापना की थी. यह कॉलेज बाद में हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना का केंद्र बना.
मदन मोहन मालवीय को 24 दिसंबर 2014 को मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न 2025 से सम्मानित किया गया था.