ध्रुवण प्रकाश संबंधी ऐसी घटना है, जो अनुदैर्घ्य तरंग (Longitudinal Wave) और अनुप्रस्थ तरंग (Transverse Wave) में अन्तर स्पष्ट करती है।
अनुदैर्घ्य तरंग में ध्रुवण की घटना नहीं होती है।
अनुप्रस्थ तरंग में ध्रुवण की घटना होती है।
यदि प्रकाश तरंग के कम्पन प्रकाश संचरण की दिशा के लम्बवत् तल में एक ही दिशा में हों, प्रत्येक दिशा में सममित न हों, तो इस प्रकाश को समतल ध्रुवित प्रकाश कहते हैं । प्रकाश संबंधी यह घटना ध्रुवण कहलाती है ।
साधरण प्रकाश में विद्युत वेक्टर के कम्पन प्रकाश संचरण की दिशा के लम्बवत् तल में प्रत्येक दिशा में समान रूप से अथवा सममित रूप से होते हैं; ऐसे प्रकाश को अध्रुवित प्रकाश (Unpolarised Light) कहते हैं ।
प्रकाश स्रोतों जैसे विद्युत् बल्ब, मोमबत्ती, टयूब लाइट, आदि से उत्सर्जित प्रकाश अध्रुवित प्रकाश होते हैं ।
पोलराइडों (Polaroids) का प्रयोग : समतल ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न करने के लिए किया जाता है । पोलराइडों का हमारे जीवन में काफी उपयोग है । जैसे—
पानी से भींगी सड़कों परावर्तित प्रकाश की चकाचौंध से बचने के लिए
अत्यधिक श्वेत प्रकाश अथवा चमकीले सतहों, आदि से परावर्तित प्रकाश की चकाचौंध से बचने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है ।
जब दो कारें एक-दूसरे की ओर आती हैं, तो उनके प्रकाश के कारण चकाचौंध से दुर्घटना हो सकती है । इसे रोकने के लिए कारों में पोलराइडों का उपयोग किया जाता है ।
सिनेमाघर में पोलराइड के चश्मे पहनकर 3D वाले चित्रों को देखा जाता है ।
फोटोग्राफी करने में, किसी विलयन में शर्करा की सान्द्रता ज्ञात करने में, धातुओं के प्रकाशीय गुणों के अध्ययन करने में भी पोलराइडों का प्रयोग किया जाता है ।