गुरुमुखी लिपि (Gurmukhi script) का विकास शारदा (Śāradā) लिपि से हुआ था जिसका उपयोग और मानकीकरण दूसरे सिख गुरु, गुरु अंगद द्वारा किया गया था। शारदा लिपि ब्राह्मी परिवार की लिपियों से संबंधित है। गुरुमुखी लिपि