अपने धुरी के लम्ब के साथ 90° झुके रहने के कारण यह एकमात्र ऐसा ग्रह है जो एक ध्रुव से दूसरे ध्रुव तक अपनी परिक्रमा कक्ष में सूर्य के सामने रहता है और पहियों की तरह घूमता है। इसीलिए इसे लेटा हुआ ग्रह कहा जाता है ।
यह अपने अक्ष या धुरी पर 10.8 घंटा में एक चक्कर लगाता है ।
इसका द्रव्यमान पृथ्वी के द्रव्यमान का 14.5 गुना है ।