‘लंबरजैक’ – कनाडा के वनों में काम करने वाले लोगों को कहते हैं।
कनाडा का ‘मॉण्ट्रियल शहर’कागज़ उद्योग का प्रमुख केंद्र है।
कनाडा अख़बारी कागज़ का दुनिया का सबसे बड़ा उत्पादक है।
अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन (ICAO-International Civil Aviation Organization) का मुख्यालयमॉण्ट्रियल में स्थित है।
भौगोलिक दृष्टिकोण से कनाडा को तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है
1. कनाडियन शील्ड
2. कॉर्डिलेरा प्रदेश
3. आंतरिक मैदान
कनाडियन शील्ड
यह कनाडा के उत्तरी भाग में स्थित कठोर चट्टानों से निर्मित पठारी क्षेत्र है।
इसी कनाडियन शील्ड से सेंट लॉरेंस नदी का प्रवाह होता है
कॉर्डिलेरा प्रदेश
इसका विकास कनाडा के पश्चिमी भाग में हुआ है।
इसके पूर्वी भाग में रॉकी पर्वत श्रेणी व पश्चिमी भाग में प्रशांत महासागर स्थित है।
‘बाँफ’ व ‘जास्पर’ नेशनल पार्क इसी क्षेत्र में स्थित है।
आंतरिक मैदान
कनाडा के शीतोष्ण कटिबंधीय घास जिन्हें ‘प्रेयरी मैदान’ भी कहते हैं।
प्रेयरी के मैदानी क्षेत्र में गेहूँ की सबसे बड़ी मंडी विनीपेग अवस्थित है।
यहाँ पर चलने वाली ठंडी हिम युक्त पवन को ‘बर्फानी तूफान’ कहा जाता है।
न्यू फाउंडलैंड द्वीप के समीप गल्फस्ट्रीम गर्म जलधारा व लैब्राडोर ठंडी जलधारा आकर मिलती हैं, जिससे प्लैंक्टन का निर्माण होता है जो मछलियों का भोजन होता है। इसे खाने के लिये मछलियाँ यहाँ एकत्रित होती हैं। यहाँ का ग्रांड बैंक मछलियों को पकड़ने हेतु प्रमुख स्थान के रूप में प्रसिद्ध है।