जंतर-मंतर का निर्माण सवाई जय सिंह द्वितीय

सवाई जय सिंह द्वितीय

जंतर-मंतर का निर्माण

  • जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने नई दिल्ली, जयपुर, उज्जैन, मथुरा और वाराणसी में कुल  पांच जंतर मंतर का निर्माण किया
  • जंतर मंतर को उज्बेकिस्तान में समरकंद 1339-1449 के राजा उलुग बेग शासक की वेधशाला का नवीनीकरण संस्करण भी कहा जाता है।
  • जयपुर के महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने 1724 में दिल्ली में पहली खगोलीय वेधशाला का निर्माण किया।
  • जयपुर खगोलीय वेधशाला, जंतर मंतर- को 1729 में बनाया गया माना जाता है
  • इनका मूल नाम विजय सिंह था और उनके छोटे भाई का नाम जय सिंह था 
  • लेकिन औरंगजेब ने  विजय सिंह का नाम परिवर्तित करके  जयसिंह कर दिया और उनके छोटे भाई का नाम जय सिंह से विजय सिंह रखा 
  • औरंगजेब ने ही इनको सवाई की उपाधि दी थी जिसके बाद यह सवाई जय सिंह के नाम से प्रसिद्ध हुए हैं 
  • इनके द्वारा 1727 में सवाई जयनगर की नींव  रखा गया जो कि आगे चलकर जयपुर बना
  • जयपुर को पिंक सिटी अथवा गुलाबी नगरी भी कहते है। 
  • जयपुर की स्थापना आमेर के महाराजा सवाई जयसिंह (द्वितीय) ने की थी। 
  • यूनेस्को द्वारा जुलाई 2019 में जयपुर को वर्ल्ड हेरिटेज सिटी का दर्जा दिया गया है