BBMKU History Semester 3 Syllabus & Notes

3rd Semester HIS-DMJ-4 (यूरोप का इतिहास: 13वीं शताब्दी से 1789 ई. तक)

  • इकाई – I
    1. 13वीं शताब्दी में यूरोप (i) 13वीं शताब्दी में यूरोप की राजनीतिक, सामाजिक और धार्मिक स्थिति (ii) कॉन्स्टेंटिनोपल के पतन के कारण और उसका प्रभाव।
    2. पुनर्जागरण (i) उत्पत्ति (ii) विशेषताएँ (iii) प्रसार (iv) नगर राज्य की भूमिका (v) मानवतावाद और यूरोप में इसका प्रसार (vi) कला और वास्तुकला पर प्रभाव।
    3. धर्मतंत्र (i) सुधार – उत्पत्ति, कारण और प्रभाव (ii) प्रति-सुधार (iii) धार्मिक युद्ध – कारण, चरण और प्रभाव (iv) तीस वर्षीय युद्ध – कारण और महत्व (v) नैनटेस का फरमान – महत्व।
    4. व्यापारिकता – अर्थ, उत्थान के कारण और प्रभाव।
  • इकाई – II
    1. औपनिवेशिक विस्तार और आर्थिक विकास (i) उद्देश्य (ii) यात्राएँ (iii) खोजें (iv) अन्वेषण (v) पुर्तगाल और स्पेन का प्रारंभिक औपनिवेशिक साम्राज्य (vi) ब्रिटिश विस्तार (vii) भूमध्य सागर से अटलांटिक तक आर्थिक संतुलन का बदलाव।
    2. राष्ट्र राज्य प्रणाली (i) उद्भव के कारण (ii) विशेषताएँ (iii) फ्रांस, स्पेन, इंग्लैंड और रूस
  • इकाई – III
    1. सामंतवाद (i) अर्थ (ii) विशेषताएँ (iii) संरचना (iv) सामंतवाद के बाद की स्थिति और पूंजीवाद में संक्रमण (v) सामंतवाद का पतन।
    2. वैज्ञानिक क्रांति (i) पृष्ठभूमि (ii) नए विचार (iii) महत्व
    3. ज्ञानोदय का युग (i) पृष्ठभूमि (ii) विशेषताएँ (iii) प्रभाव।
  • 4. गौरवशाली क्रांति (i) कारण (ii) प्रकृति (iii) प्रभाव (iv) इंग्लैंड में संसदीय प्रणाली का विकास।
  • इकाई – IV
    1. फ्रांसीसी क्रांति (i) उत्थान के कारण (ii) फ्रांस की प्राचीन शासन व्यवस्था (iii) बुद्धिजीवियों की भूमिका (iv) प्रभाव।

3rd Semester HIS-DMJ-5 (भारत का इतिहास : 550 ई.-1200 ई.)

इकाई – I

  • 1. हूण आक्रमण – कारण और प्रभाव
  • 2. पुष्यभूति राजवंश – उत्पत्ति, विस्तार, हर्षवर्धन- कैरियर और उपलब्धियाँ, प्रशासन।
  • 3. राजपूत की उत्पत्ति – उत्पत्ति का सिद्धांत, चाहमान, परमार, चंदेल, गढ़वाल।
  • 4. अरब आक्रमण – कारण, प्रकृति, प्रभाव।

इकाई – II

  • 1. उत्तर-पश्चिमी भारतीय राजवंश – कश्मीर, सिंध।
    2. मध्य भारतीय राजवंश – मौखरी, प्रतिहार, गढ़वाल, चाहमान, चंदेल, परमार।
    3 उत्तर पूर्वी भारतीय राजवंश – बंगाल के पाल और सेन, कलिंग, कामरूप।

इकाई – III

  • 1. चालुक्य – उद्भव और प्रारंभिक इतिहास, पुलकेशिन द्वितीय – जीवन और उपलब्धियाँ, विक्रमादित्य द्वितीय – जीवन और उपलब्धियाँ, कला, साहित्य और वास्तुकला के संरक्षक के रूप में चालुक्य
  • 2. राष्ट्रकूट – उद्भव और प्रारंभिक इतिहास, ध्रुव – जीवन और उपलब्धियाँ, गोविंदा तृतीय – जीवन और उपलब्धियाँ, अमोघवर्ष – जीवन और उपलब्धियाँ, राष्ट्रकूट की कला और वास्तुकला।
  • 3. चोल – (i) उद्भव और प्रारंभिक इतिहास (ii) राजराज प्रथम – जीवन और उपलब्धियाँ (iii) राजेंद्र – जीवन और उपलब्धियाँ (iv) कुलोत्तुंग प्रथम – जीवन और उपलब्धियाँ (v) चोलों की सांस्कृतिक उपलब्धियाँ (vi) प्रशासन।
  • 4. पल्लव – उद्भव और प्रारंभिक इतिहास, महेंद्रवर्मन प्रथम – कैरियर और उपलब्धियाँ, नरसिंहवर्मन द्वितीय – जीवन और उपलब्धियाँ, पल्लव काल के दौरान दक्षिण भारत का आर्यीकरण।

इकाई – IV

  • 1. त्रिपक्षीय संघर्ष – कारण, चरण, पाल, प्रतिहार और राष्ट्रकूट की भूमिका, प्रभाव।
  • 2. राजपूत शक्ति का पतन – कारण और प्रभाव।
  • 3. मुस्लिम शासन की स्थापना – महमूद गजनवी का आक्रमण, मुहम्मद गौरी का आक्रमण।

3rd Semester HIS-MN-2 भारत का इतिहास 650 ई. से 1707 ई. तक

इकाई I:

  • (i) अरब आक्रमण: कारण और प्रभाव
  • (ii) भारत में तुर्की शासन की स्थापना: क. कुतुब-उद-दीन-ऐबक, ख. इल्तुतमिश, ग. रजिया, घ. बलबन: राजत्व का सिद्धांत।
  • (iii) अला-उद-दीन-खिलजी: साम्राज्यवाद, प्रशासनिक, राजस्व और बाजार नीति
  • (iv) तुगलक वंश: क. मुहम्मद-बिन-तुगलक: चरित्र और नीति, ख. फिरोज तुगलक: कैरियर और सुधार।
  • (v) विजयनगर और बहमनी साम्राज्य: राजनीति और संस्कृति

इकाई II:

  • (i). सिकंदर लोदी
  • (ii) दिल्ली सल्तनत का प्रशासन: केंद्रीय, प्रांतीय और सैन्य संगठन, इक्ता प्रणाली
  • (iii). धर्म और संस्कृति: क. सूफीवाद, ख. भक्ति आंदोलन

इकाई III:

  • (i). बाबर: विजेता और साम्राज्य निर्माता
  • (ii) राजनीति: क. अकबर: धार्मिक नीति, राजपूत नीति
  • (iii). जहाँगीर: मुगल राजनीति में नूरजहाँ की भूमिका, राजपूत नीति
  • (iv) शाहजहाँ: उत्तराधिकार का युद्ध। स्वर्णिम काल, मध्य एशियाई नीति
  • (v) औरंगज़ेब: दक्कन नीति और धार्मिक नीति

इकाई IV:

  • (i) मुगल प्रशासन: क. मनसबदारी और जागीरदारी व्यवस्था
  • (ii) मराठा राज्य का गठन: क. शिवाजी: प्रारंभिक जीवन, विजय और प्रशासन