मीना स्वामीनाथन (Meena Swaminathan)
प्रख्यात शिक्षाविद् और चाइल्डकेयर विशेषज्ञ मीना स्वामीनाथन का 14 March 2022 को 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
मीना स्वामीनाथन ने एकीकृत बाल विकास योजना (ICDS) शुरू करने की सिफारिश करने वाली समिति की अध्यक्षता की थी.
वह मोबाइल क्रेच के संस्थापकों में से एक थीं और बाल सुरक्षा देखभाल एवं शिक्षा पर यूनेस्को तथा यूनिसेफ के साथ एक अंतर्राष्ट्रीय सलाहकार भी थीं।
उन्होंने प्री-स्कूल बच्चों (Pre-School Children) पर केंद्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड (CABE-Central Advisory Board of Education) समिति की अध्यक्ष के रूप में ‘Report on Pre-School Child ’ (1972) के विकास में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया, जिसके परिणामस्वरूप ICDS(Integrated Child Development Scheme) की स्थापना हुई, जो कि विकासशील देशों में सबसे बड़ी एवं सबसे व्यापक चाइल्डकेयर योजना है।
एकीकृत बाल विकास सेवाएं (ICDS-Integrated Child Development Services)
2 अक्टूबर, 1975 को लॉन्च किया गया
यह योजना भारत सरकार के प्रमुख कार्यक्रमों में से एक है और बचपन की देखभाल और विकास के लिए दुनिया के सबसे बड़े और अनूठे कार्यक्रमों में से एक का प्रतिनिधित्व करती है।
इस योजना के लाभार्थी 0-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चे, गर्भवती महिलाएं और स्तनपान कराने वाली माताएं हैं।
योजना के उद्देश्य हैं:
- 0-6 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के पोषण और स्वास्थ्य की स्थिति में सुधार करना;
- बच्चे के उचित मनोवैज्ञानिक, शारीरिक और सामाजिक विकास की नींव रखना;
- मृत्यु दर, रुग्णता, कुपोषण और स्कूल छोड़ने की घटनाओं को कम करना;
- बाल विकास को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न विभागों के बीच नीति और कार्यान्वयन के प्रभावी समन्वय को प्राप्त करना; तथा
- उचित पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा के माध्यम से बच्चे के सामान्य स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए मां की क्षमता को बढ़ाना।
ICDS के तहत सेवाएं
ICDS योजना छह सेवा प्रदान करती है।
- पूरक पोषण (Supplementary Nutrition)
- प्री-स्कूल अनौपचारिक शिक्षा (Pre-school non-formal education)
- पोषण और स्वास्थ्य शिक्षा (Nutrition & health education)
- प्रतिरक्षा (Immunization)
- स्वास्थ्य जांच और (Health check-up)
- रेफरल सेवाएं (Referral services)