- जो आकर्षण बल परमाणु नाभिक में न्यूक्लिऑन (प्रोटॉनों और न्यूट्रॉनों) को परस्पर बाँधे रहता है, वे नाभिकीय बल कहलाते हैं।
- समान charge के कारण प्रोटॉनों में प्रतिकर्षण होता है, परन्तु इस प्रतिकर्षण के बाबजुद नाभिक स्थायी होता है. क्योकि नाभिकीय बल प्रतिकर्षण बल से अधिक होता है।
- नाभिकीय बल केवल 2f – 3f की दूरी तक सक्रिय होते हैं। (1f= 10-15 m)