- नीलदर्पण बांग्ला का प्रसिद्ध नाटक है जिसके रचयिता दीनबन्धु मित्र हैं। इसकी रचना 1858-59 में हुई।
- यह बंगाल में नील विद्रोह का अन्दोलन का कारण बना। यह बंगाली रंगमंच के विकास का अग्रदूत भी बना।
- दीनबंधु मित्र बंगला नाटककार थे। वे बंकिम चंद्र चट्टोपध्याय के समकालीन थे।
- उनका नाम गंधर्व नारायण था, लेकिन उन्होंने इसे बदलकर दीनबंधु मित्र रख लिया।