- आघातवर्धनीयता (Malleability) : पदार्थों को हथौड़े से पीटकर या बेलकर (रोलिंग करके) आसानी से चपटा किया जा सकता है.
- आघातवर्धनीयता मुख्यतः सभी धातुओं में पाई जाती है. सोना, लोहा, अलुमिनियम, ताँबा, पीतल, चाँदी, सीसा आदि आघातवर्धनीय हैं.
- आधुनिक आवर्त सारणी के 1 से 12 तक के समूहों के तत्त्व भी आघातवर्धनीय हैं.
- सोने की पन्नी, उसके आघातवर्धनीयता के गुण के कारण ही सम्भव हो पाती है. इस गुण के कारण ही चांदी के वर्क बनाकर उनका उपयोग मिठाइयों को सजाने में किया जाता है.
- सोना (Au) सबसे अधिक आघातवर्धनीय (malleable) धातु है