यक्षगान (Yakshagana), कर्नाटक का एक पारंपरिक नृत्य-नाट्य रूप है. इसका शाब्दिक अर्थ है, ‘यक्ष का गीत’. यह कर्नाटक के उडुपी ज़िले में विकसित हुआ था और इसकी उत्पत्ति 10वीं और 16वीं शताब्दी के बीच मानी जाती है. यह आमतौर पर कन्नड़ में गाया जाता है, लेकिन मलयालम और तुलु में भी गाया जाता है.
यक्षगान को कभी-कभी केवल “आटा” या आषा (जिसका अर्थ है “नाटक”) कहा जाता है

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