प्रकाश तरंगों का ध्रुवण, (Polarisation)
- ध्रुवण प्रकाश संबंधी ऐसी घटना है, जो अनुदैर्घ्य तरंग (Longitudinal Wave) और अनुप्रस्थ तरंग (Transverse Wave) में अन्तर स्पष्ट करती है।
- अनुदैर्घ्य तरंग में ध्रुवण की घटना नहीं होती है।
- अनुप्रस्थ तरंग में ध्रुवण की घटना होती है।
- यदि प्रकाश तरंग के कम्पन प्रकाश संचरण की दिशा के लम्बवत् तल में एक ही दिशा में हों, प्रत्येक दिशा में सममित न हों, तो इस प्रकाश को समतल ध्रुवित प्रकाश कहते हैं । प्रकाश संबंधी यह घटना ध्रुवण कहलाती है ।
- साधरण प्रकाश में विद्युत वेक्टर के कम्पन प्रकाश संचरण की दिशा के लम्बवत् तल में प्रत्येक दिशा में समान रूप से अथवा सममित रूप से होते हैं; ऐसे प्रकाश को अध्रुवित प्रकाश (Unpolarised Light) कहते हैं ।
- प्रकाश स्रोतों जैसे विद्युत् बल्ब, मोमबत्ती, टयूब लाइट, आदि से उत्सर्जित प्रकाश अध्रुवित प्रकाश होते हैं ।
- पोलराइडों (Polaroids) का प्रयोग : समतल ध्रुवित प्रकाश उत्पन्न करने के लिए किया जाता है । पोलराइडों का हमारे जीवन में काफी उपयोग है । जैसे—
- पानी से भींगी सड़कों परावर्तित प्रकाश की चकाचौंध से बचने के लिए
- अत्यधिक श्वेत प्रकाश अथवा चमकीले सतहों, आदि से परावर्तित प्रकाश की चकाचौंध से बचने के लिए इनका प्रयोग किया जाता है ।
- जब दो कारें एक-दूसरे की ओर आती हैं, तो उनके प्रकाश के कारण चकाचौंध से दुर्घटना हो सकती है । इसे रोकने के लिए कारों में पोलराइडों का उपयोग किया जाता है ।
- सिनेमाघर में पोलराइड के चश्मे पहनकर 3D वाले चित्रों को देखा जाता है ।
- फोटोग्राफी करने में, किसी विलयन में शर्करा की सान्द्रता ज्ञात करने में, धातुओं के प्रकाशीय गुणों के अध्ययन करने में भी पोलराइडों का प्रयोग किया जाता है ।