Khongjom Day (खोंगजोम दिवस)
खोंगजोम दिवस कब ,क्यों और कहां मनाया जाता है ?
- खोंगजोम दिवस : मणिपुर में मनाया जाता है
- खोंगजोम दिवस 23 अप्रैल को मनाया जाता है।
खोंगजोम, मणिपुर राज्य के थौबल जिला का बेहद चर्चित पर्यटन स्थल है। इसी जगह मणिपुरियों और अंग्रेजों के बीच आजादी की लड़ाई अप्रैल 1891 में हुई थी।
इस लड़ाई में मणिपुरियों ने ब्रिटिश चीफ कमिश्नर और उनकी पार्टी के अन्य सदस्यों की हत्या कर दी थी।
इस लड़ाई का नेतृत्व मेजर जेनरल पाओना ब्रजवाशी ने किया था।
पाओना ब्रजवाशी लड़ाई हार गए थे
हर साल 23 अप्रैल को उस लड़ाई की स्मृति में मणिपुर में खोंगजोम दिवस मनाया जाता है।
केंद्र ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में माउंट हैरियट का नाम बदलकर माउंट मणिपुर किया था ।
- ‘माउंट हैरियट’ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की तीसरी सबसे ऊँची चोटी है
- माउंट हैरियट में मणिपुर के महाराजा कुलचंद्र सिंह और 22 अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को एंग्लो-मणिपुर युद्ध (1891) के दौरान कैद किया गया था।
एंग्लो-मणिपुर युद्ध (1891)
- वर्ष 1886 में सुरचंद्र को अपने पिता चंद्रकीर्ति सिंह से सिंहासन विरासत में मिला था।
- सुरचंद्र के विरुद्ध उनके छोटे भाइयों- कुलचद्र और टिकेंद्रजीत ने उनके खिलाफ विद्रोह कर दिया।
- 1890 में सुरचंद्र को राजा पद से हटा दिया गया और कुलचंद्र को राजा घोषित किया गया।
- सुरचंद्र अंग्रेज़ों की मदद लेने के लिये कलकत्ता भाग गए।
- अंग्रेज़ों ने असम के मुख्य आयुक्त जेम्स क्विंटन को सेना के साथ मणिपुर भेजा।
- युद्ध के पहले चरण में अंग्रेज़ों हार गए ।
- इस लड़ाई का नेतृत्व मेजर जेनरल पाओना ब्रजवाशी ने किया था।
- दूसरे चरण में अंग्रेज़ों ने इंफाल के कांगला किले पर कब्ज़ा कर लिया।
- अंग्रेज़ों ने राजकुमार टिकेंद्रजीत को फाँसी पर लटका दिया, जबकि कुलचंद्र को 22 अन्य लोगों के साथ अंडमान द्वीप समूह भेज दिया गया।
- माउंट हैरियट में मणिपुर के महाराजा कुलचंद्र सिंह और 22 अन्य स्वतंत्रता सेनानियों को एंग्लो-मणिपुर युद्ध (1891) के दौरान कैद किया गया था।