आर्थिक विकास का मतलब होता है एक समाज या देश की आर्थिक स्थिति, उत्पादन क्षमता, और जीवनस्तर के संबंध में सुधार। यह अधिक उत्पादक, समृद्ध और समान सामाजिक और आर्थिक अवसरों का निर्माण करने का प्रक्रियात्मक प्रक्रिया है।
आर्थिक विकास के मानक विभिन्न प्रकार के आर्थिक संकेतों, जैसे कि ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP), अर्थशास्त्रीय अवधारणाओं, और सामाजिक प्राथमिकताओं को ध्यान में रखते हुए मापे जाते हैं। इन मानकों का उपयोग किया जाता है ताकि आर्थिक स्थिति का विश्लेषण किया जा सके और आर्थिक नीतियों का निर्धारण किया जा सके।
आर्थिक विकास के मानक कुछ महत्वपूर्ण पाये गए हैं:
- ग्रॉस डोमेस्टिक प्रोडक्ट (GDP): GDP आर्थिक विकास का मुख्य मापदंड है, जो एक देश की उत्पादन क्षमता को मापता है।
- मानव विकास इंडेक्स (Human Development Index, HDI): HDI मानव संसाधनों, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और आय के स्तर को मापने का प्रयोग करता है।
- नेट नेशनल इनकम (Net National Income, NNI): NNI एक देश की आय का अंतर्निहित रूप से मापन करता है, जो विकास के मापदंड के रूप में प्रयोग किया जा सकता है।
- गरीबी के स्तर: गरीबी के स्तर का मापदंड भी आर्थिक विकास के मानकों में शामिल है, क्योंकि इससे अधिक विकास नहीं हो सकता जब तक कि समाज के सबसे निम्न वर्गों की स्थिति में सुधार नहीं होती।
इन मानकों का उपयोग करते हुए, आर्थिक नीतियों को बनाया जाता है ताकि समृद्धि, समानता, और समाज के समृद्ध होने की दिशा में कदम उठाया जा सके।