झारखण्ड में प्रमुख व्यक्तियों का निधन (people passed away in Jharkhand)
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      साधु चरण महतो

      • सरायकेला खरसावाँ जिला के ईचागढ़ के पूर्व विधायक
      • निधन – 23 नवम्बर, 2021 को। 

       

      2. कमल किशोर भगत

      3. डॉ. गिरीधारी राम गौंझू

      • डॉ. गिरिधारी राम गौंझू हिन्दी और नागपुरी भाषा के जानकार थे तथा राँची विश्वविद्यालय के जनजातीय भाषा विभाग में प्रधनाध्यापक रह चुके थे। 
      • डॉ गोंझू प्रभान खलर समाचार पत्र द्वारा प्रकाशिन माय-मांटी के नियमित लेखक भी रहे थे। 
      • 15 अप्रैल, 2021 को इनका निधन हो गया। 

       

      4. सनातन मांझी

       

      5. दुति पाहन

      • खिजरी विधान सभा के पूर्व विधायक
      •  29 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया।
      •  वे खिजरी विधानसभा से साल 1995 और 2000 में भाजपा के लगातार दो बार विधायक रहे।

       

      6. माइकल किंडो

      • 31 दिसंबर 2020 को हॉकी खिलाड़ी माइकल किंडो का निधन हो गया। 
      • वे सिमडेगा के वैद्यमा गाँव के रहने वाले थे।
      • वे सेना में नौकरी करते हुए भारतीय हॉकी टीम तक पहुँचे थे। 
      • वे 1972 हॉकी ओलंपिक में कांस्य पदक विजेता टीम के सदस्य थे। 
      • वे अपने समय में भारतीय हॉकी टीम के आयरन गेट के नाम से जाने जाते थे।
      • 1975 विश्वकप हॉकी में स्वर्ण पदक विजेता टीम के भी सदस्य रहे थे। 
      • उनकी खेल प्रतिभा को देखते हुए उन्हें अर्जुन अवार्ड से सम्मानित भी किया गया था। 

       

      7. एम.रामा जोड्स

      • झारखंड के दूसरे राज्यपाल के रूप में कार्य कर चुके एम.रामा . जोइस का 16 फरवरी 2021 को निधन हो गया। 
      • वे झारखंड में 15 जुलाई 2002 से 11 जून 2003 तक राज्यपाल रहे। 
      • इसके अलावा वे बिहार के राज्यपाल तथा पंजाब हरियाणा के मुख्य न्यायाधीश भी रह चुके थे। 
      • वे कर्नाटक से राज्यसभा सांसद भी रह चुके थे। 
      • झारखंड में जब राज्यपाल थे तब उन्होंने राजभवन परिसर में बुद्धा गार्डन तथानक्षत्र का निर्माण करवाया था। 

       

      डी.एन. उपाध्याय (धुव नारायण उपाध्याय)

      • झारखंड के लोकायुक्त जस्टिस डी.एन. उपाध्याय का निधन हो गया। 
      • जस्टिस उपाध्याय का जन्म जमशेदपुर में 10 अगस्त, 1954 को हुआ था। उन्होंने
      •  27 अप्रैल, 2011 को झारखंड हाइकोर्ट में न्यायाधीश के रूप में शपथ ली। 
      • 9 फरवरी, 2017 को वे लोकायुक्त नियुक्त किये गए तथा 13 फरवरी,2017 को उन्होंने पद ग्रहण किया था। 

       

      फादर स्टेन स्वामी

      • सामाजिक कार्यकर्ता फादर स्टेन स्वामी का निधन 5 जुलाई, 2021 को हो गया।
      •  वे सन् 1965 में झारखंड आए । 
      • उन्हें भीमा कोरेगाँव मामले में 08 अक्टूबर, 2020 को N.I.A. द्वारा गिरफ्तार किया गया था। 

       

      टी.पी. सिन्हा

       

      लक्ष्मण गिलुवा

      • झारखंड के सिंहभूम के पूर्व सांसद लक्ष्मण गिलुवा का निधन 29 अप्रैल, 2021 को हो गया। 
      • वे 13वीं लोकसभा के सदस्य थे। हालांकि वे पिछला चनाव गीता कोडा से हार गए थे। 

       

      ललित प्रसाद

      • संयुक्त बिहार बॉलीबॉल के पितामह ललित प्रसाद सिंह का 28 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया। वे उच्च कोटि के बॉलीबॉल खिलाड़ी थे। 

      कनक

      • जेपी आंदोलन से प्रभावित महिला
      • कनक महिला पत्रिका संभवा की संपादक मंडल में भी रही।

       

      कालीदास मुर्मू

      • संताल परगना के महेशपुर से दो बार विधायक(1972 व 1990) व प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष कालिदास मुर्मू का निधन 1 मई, 2021 को हो गया। 

       

      निर्मल मिंज

      • थियोलॉजिकल कॉलेज के प्राचार्य व गोस्सनर कॉलेज के प्राचार्य रहे, 
      • NWUGEL चर्च के प्रथम विशप रहे। 
      • निर्मल मिंज का निधन 5 मई, 2021 को हो गया । 
      • झारखंड के शिक्षाविद् 

       

      हारू रजवार

      • चंदनक्यारी से 3 बार विधायक(1980,2000, 2005 )रह चुके हारू रजवार का निधन 19 मई, 2021 को हो गया।

       

      विष्णु प्रसाद भैया

      • जामताड़ा के पूर्व विधायक विष्णु प्रसाद भैया का 3 अप्रैल, 2021 को निधन हो गया । 

       

      डॉ. भुवनेश्वर अनुज

      • एचइसी कर्मी, पत्रकार, शिक्षाविद् और नागपुरी लेखक डॉ. भुवनेश्वर अनुज का निधन 2 अप्रैल, 2021 को हो गया। 

       

      बंदी उरांव

      • एकीकृत बिहार के पूर्व मंत्री व सिसई से चार बार विधाय रहे बंदी उरांव का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया । 
      • वे सन् 1980, 1985, 1991 और 1995 में विधायक बने।
      • वे चंद्रशेखर सिंह की सरकार में योजना मंत्री भी रहे। 
      • वे राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग के उपाध्यक्ष के साथ-साथ पेसा कानून तैयार करने वाली भूरिया कमेटी के सदस्य भी रह चुके थे। 
      • उनका चयन BPSC के माध्यम से D.S.P. पद पर हुआ तथा सन् 1972 में उन्हें I.P.S. में प्रोन्नति मिली। 
      • सन् 1980 में गिरिडीह के S.P. बने। 
      • कार्तिक उरांव से प्रेरणा लेकर वे V.R.S. ले लिए और राजनीति में सक्रिय हो गए।

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