• जब दो या दो से ज़्यादा पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं, तो यह रासायनिक अभिक्रिया संयोजन अभिक्रिया कहलाती है.
  • इसे X + Y → Z द्वारा निरूपित किया जाता है।
  • संयोजन अभिक्रिया को संश्लेषण अभिक्रिया भी कहा जाता है.
  • इस अभिक्रिया में नए बंधन बनते हैं और ऊर्जा निकलती है.
  • संयोजन अभिक्रियाएं प्रकृति में ऊष्माक्षेपी होती हैं.
  • संयोजन अभिक्रिया के कुछ उदाहरण ये हैं:
    • C(s) + O2(g) → CO2(g),
    • CaO(s) + H2O(g) → Ca(OH)2(aq).