- जब कोई पदार्थ टूटकर दो या दो से ज़्यादा नए पदार्थ बनाता है, तो इसे वियोजन अभिक्रिया कहते हैं. इसे अपघटन अभिक्रिया (AB → A + B) भी कहते हैं.
- यह क्रिया प्रायः उत्क्रमणीय or ऊष्माशोषी होती है।
- वियोजन अभिक्रियाओं को तोड़ने के लिए ज़रूरी ऊर्जा के आधार पर तीन प्रकारों में बांटा गया है:
- उष्मीय वियोजन – कैल्शियम कार्बोनेट को गर्म करने पर कैल्शियम ऑक्साइड और कार्बन डाइऑक्साइड गैस बनती है.
- CaCO3 → CaO + CO2
- विद्युत् वियोजन – विद्युत धारा के प्रवाहित होने पर पानी का अपघटन होकर हाइड्रोजन और ऑक्सीजन बनता है.
- 2H2O(l) → 2H2(g) + O2(g)
- प्रकाशीय वियोजन – प्रकाश की उपस्थिति में सिल्वर ब्रोमाइड का अपघटन होकर सिल्वर और ब्रोमाइन बनता है.
- AgBr → Ag + Br,