- लॉर्ड कर्ज़न के बंगाल प्रांत को विभाजित करने के फैसले का विरोध करने के लिये अगस्त 1905 में कलकत्ता के टाउनहॉल में स्वदेशी आंदोलन (Swadeshi Movement) की औपचारिक घोषणा की गई।
- मैनचेस्टर में निर्मित कपड़ों तथा लिवरपूल के नमक जैसे सामानों के बहिष्कार का संदेश प्रचारित किया गया।
- रवीन्द्रनाथ टैगोर (Rabindranath Tagore) द्वारा ‘आमार शोनार बांग्ला’ (Amar Sonar Bangla) की रचना की गई।
- यह आंदोलन मुख्य रूप से बंगाल तक ही सीमित था, लेकिन भारत के कुछ अलग-अलग हिस्सों में भी इसका प्रसार देखा गया:
- बाल गंगाधर तिलक के नेतृत्व में पूना और बॉम्बे में।
- लाला लाजपत राय और अजीत सिंह के नेतृत्व में पंजाब में।
- सैयद हैदर रजा के नेतृत्व में दिल्ली में।
- मद्रास में चिदंबरम पिल्लई के नेतृत्व में।