• तांत्रिक योगिनी पंथ की शुरुआत शक्ति की उपासना के रूप में हुई थी और इसकी समृद्धि आठवीं सदी में ओडिशा से हुई थी.
  • माना जाता है कि तांत्रिक योगिनी पंथ का मूल स्थान ओडिशा ही है.
  • भारत में चौंसठ योगिनी के चार मंदिर हैं:
    • दो मध्य प्रदेश में (खजुराहो और भेड़ाघाट)
    • दो ओडिशा में (हीरापुर और रानीपुर झारियाल)
  • मध्य प्रदेश के मुरैना में स्थित चौंसठ योगिनी मंदिर सबसे प्रमुख और प्राचीन है. इस मंदिर को तांत्रिक यूनिवर्सिटी भी कहा जाता है. यह मंदिर तंत्र-मंत्र के लिए बहुत प्रसिद्ध है. इस मंदिर में देश-विदेश से लोग तंत्र-मंत्र सीखने आते थे.