आपदा प्रबंधन हेतु बिहार राज्य सरकार के कुछ महत्वपूर्ण कदम
- राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के दिशानिर्देशों के तहत राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) का गठन किया है ।
- अपनी ओर से राज्य सरकार ने भी स्थल सेना और नौसेना के अवकाश प्राप्त कर्मचारियों को लेकर राज्य आपदा अनुक्रिया बल (SDRF) की स्थापना की है ।
- राज्य सरकार ने पटना के बिहटा में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल के 9 बटालियन स्थापित किए हैं । राज्य सरकार ने राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल के बटालियनों को 75 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है। राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल के बटालियन में विभिन्न प्रकार की प्राकृतिक और मानवनिर्मित आपदाओं में अनुक्रिया के लिए प्रशिक्षित विशेषीकृत दल होते हैं । वहाँ कुल मिलाकर 1,149 कर्मी और 18 दल मौजूद हैं। हर दल में सुसज्जित और किसी आपदा की स्थिति में प्रभावी अनुक्रिया के लिए प्रशिक्षित 45 कर्मी होते हैं ।
- सुपौल जिले में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल की नियमित कंपनी स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू की गई है ।
- राज्य सरकार ने किसानों को सहायता देने और कृषि संबंधी विपदा से बचाने के लिए ‘बिहार कृषि विपदा किसान सहायता योजना, 2015‘ सूत्रबद्ध किया है ।
बिहार में सूखा
- जहाँ पर 120 सेंटीमीटर से कम वर्षा होती है उसे सूखाग्रस्त क्षेत्र की संज्ञा दी जाती है ।
- दक्षिणी बिहार के कैमूर, रोहतास, गया, औरंगाबाद, नवादा, मुंगेर, जमुई, शेखपुरा, लक्खीसराय, भागलपुर, पटना, नालंदा और जहानाबाद के कुछ इलाके सूखा पीड़ित हैं ।