हांसिक जोगाड़ रामशरण विश्वकर्मा
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      हाँसिक जोगाड़ 

      तोहनी ई खभइर सुनले होबा जरूर 

      एगो बड़का सेठ आइ के थाना , करे लागल काँदना । 

      हामर देसे  गुंडा नाइँ!  जकरा बनइबइ ‘बोडीगार्ड’ ! 

      दरोगा कहलक सिपाही से जउ हिन्दे हुँदै , चाइर गो गुंडा लान, जंदे मिलतो तंदे! 

      काहे ले काँदा हा बाबा! कि हामर देसे गुँडा नाइँ

      सिपाही गेलक खोजे ले कासी, परियाग , तावो नाइँ पइलक एको गो गुँड़ा ! 

      सिपाही कहलक ए बाप! ए माँइ ! , किरियो खाइ ले हामर देसे गुँडा नाइँ! 

      जते हला बड़-बड़ गुँडा , एम. एल. ए., सांसद बइन गेला

      जते हला छोट-छोट गुँडा मुखिया-सरपंच बइन गेला!