गठन : 20 फ़रवरी 1987 (21 जनवरी1972 को केंद्र शासित प्रदेश के रूप में) ; राजधानी – ईटानगर ; जिले – 28; अरुणाचल प्रदेश विधान सभा (60 सीटें); लोकसभा- 2 सीटें ; कुल क्षेत्रफल: 83,743 किमी2; राजकीय पक्षी – हॉर्नबिल ; राजकीय पशु – मिथुन
अरुणाचल प्रदेश 27 जिले – अंजाव, चांगलांग, दिबांग घाटी, पूर्वी कामेंग, पूर्वी सियांग, कामले, क्रा दादी, कुरुंग कुमेय, लेपराडा, लोहित, लोंगडिंग, निचली दिबांग घाटी, निचला सियांग, निचला सुबनसिरी, नामसाई, पक्के केसांग, पापम पारे , शि योमी, सियांग, तवांग, तिराप, ऊपरी सियांग, ऊपरी सुबनसिरी, पश्चिम कामेंग, पश्चिम सियांग, बिचोम(27वां )
दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा बौद्ध मठ तवांगअरुणाचल प्रदेश में है, यह तिब्बतल्हासा के पोताला महल के बाद दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मठ है. तवांग मठ, तिब्बती बौद्धों के लिए एक प्रमुख पवित्र स्थल है क्योंकि छठे दलाई लामा का जन्मस्थान यहीं था
100% घरेलू नल जल कनेक्शन हासिल करने वाला पहला उत्तर पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश बना था
अरुणाचल प्रदेश ने राज्य तितली के रूप में “कैसर-ए-हिंद” (टीनोपालपस इम्पीरियलिस) को मंजूरी दे दी है। अरुणाचल प्रदेश में मिलिट्री स्टेशन का नाम देश के पहले सीडीएस बिपिन रावत के नाम पर रखा गया
अरुणाचल प्रदेश के प्रमुख उत्सव : लोसर तिब्बती नव वर्ष,सोलुंग महोत्सव, लोकु त्योहार,ड्री त्योहार,गोरसम कोर उत्सव , सियांग नदी महोत्सव , पक्के पगा हार्नबिल महोत्सव, चचिन चराई महोत्सव
अरुणाचल प्रदेश की अपातानी जनजाति हर साल 5 जुलाई को ड्री त्योहार मनाती है।
अरुणाचल प्रदेश के तिरप जिले की नोक्टे जनजाति लोकु त्योहार मनाती है।