देश की 15 वी राष्ट्रपति हैं। आजाद भारत में जन्मी पहली राष्ट्रपति हैं।
देश की दूसरी महिला राष्ट्रपति हैं। भारत की पहली महिला आदिवासी राष्ट्रपतिहैं।
देश के सबसे युवा राष्ट्रपति है, क्योंकि शपथ ग्रहण 25 जुलाई 2022 को उनकी उम्र 64 साल 35 दिन होगी।
इनसे पूर्व देश के सबसे युवा राष्ट्रपति बनने का रिकॉर्ड नीलम संजीव रेड्डी के नाम पर दर्ज है। रेड्डी जब राष्ट्रपति बने थे उस वक्त उनकी उम्र 64 साल 2 महीने 6 दिन थी।
दूसरी महिला राष्ट्रपति होंगी जो पहले राज्यपाल भी रह चुकीं हैं।
द्रौपदी मुर्मू ने झारखण्ड के नौवें एवं प्रथम महिला राज्यपाल के रूप में दिनांक 18 मई 2015 को शपथ ग्रहण की थी
द्रौपदी मुर्मूभारत की पहली आदिवासी राज्यपाल हैं।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल हैं।
झारखण्ड का प्रथम आदिवासी राज्यपाल
झारखंड के पहले राज्यपाल जिन्होंने अपना कार्यकाल पूर्ण किया है।
द्रोपदी मुर्मू का निवास स्थल उड़ीसा के मयूरभंज जिले के रायरंगपुर तहसील के महुलडीहा टोला बैदापोसी गांव है
द्रौपदी मुर्मू का जन्म – 20 जून, 1958 ;
द्रौपदी मुर्मू के पिता का नाम विरंची नारायण टुडू और माता का नाम किनगो टुडू है।
वह अनुसूचित जनजाति(ST )संथाल समुदाय से आती हैं ।
वर्ष 1979 में आरबी वूमेंस कॉलेज, भुवनेश्वर से बीए में स्नातक किया था।
पति – स्वर्गीय श्यामचरण मुर्मू
पुत्र – 2 मृत्यु हो गया
एक बेटी इतिश्री है जिसकी शादी गणेश हेम्ब्रम से हो चुकी है
द्रौपदी मुर्मूओडिशा की संथाल परिवार से आती हैं।
मयूरभंज जिले के कुसुमी ब्लॉक के ऊपरबेड़ा गांव में उनका लालन-पालन एक आदिवासी परिवार में हुआ।
द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की।
द्रौपदी मुर्मूओडिशा के रायरंगपुर से पहली बार जिला पार्षद चुनी गई।
वे ओडिशा में रायरंगपुर निर्वाचन क्षेत्र सेदो बार भाजपा से विधायक रहे है
6 मार्च, 2000 से 6 अगस्त, 2002 – वाणिज्य और परिवहन के स्वतंत्र प्रभार मंत्री
6 अगस्त, 2002 से 16 मई , 2004 – मत्स्य पालन और पशु संसाधन विकास राज्यमंत्री
उनको वर्ष 2007 में ओडिशा विधानसभा के द्वारा सर्वश्रेष्ठ विधायक के लिए नीलकंठ पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
द्रौपदी मुर्मू ने झारखण्ड के नौवें एवं प्रथम महिला राज्यपाल के रूप में दिनांक 18 मई 2015 को शपथ ग्रहण की थी
द्रौपदी मुर्मू का कार्यकाल 18 मई, 2015 से 13 जुलाई, 2021 तक रहा है।
द्रौपदी मुर्मू झारखण्ड प्रथम ऐसी राज्यपाल रहीं हैं जिन्होंने अपना कार्यकाल पूरा किया।
द्रौपदी मुर्मू का झारखण्ड में छह साल एक माह अठारह दिनों का कार्यकाल रहा।
ये झारखण्ड की पहली ऐसी राज्यपाल रही हैं जिन्होंने राष्ट्रपति के पद को सुशोभित किया।